Sampat Saral ने Electoral Bond पर मोदी को किया एक्सपोज़ I Kavi Sammelan Special

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Published 2024-03-18

All Comments (21)
  • @NTSshortvidio
    मैने दो बार bgp को वोट दिया था लेकिन इस बार नही क्योंकि मैं अंधभक्त नही
  • @mr_yuuto
    2024 में मेरा वोट देश हित में ( INDIA घटबंधन को) इस बार बीजेपी को नहीं
  • @anoopverma8903
    संपत जी असली पत्रकार का काम कर रहे हैं,,, जिंदाबाद सर जी 🙏
  • असली शेर तो सम्पत जी हैं।बेबाक बोलते हैं।
  • @hemantsingh3374
    सम्पत भाई ने अगर चापलूसी की होती तो ज्ञानपीठ पा गए होते, इस व्यक्ति ने आइना दिखाया है सत्ता के धन्नासेठों को
  • कुमार जी खुल के नहीं हंस पा रहे, क्योंकि राजा की खिचाई चालू है
  • सत्ता परिवर्तन समय कि मांग है. वरना सरकार के अंदर विकास कि भूख समाप्त हो जाती है
  • @kadamvijay8458
    मै बहुत बडा bjp का भक्त था. मै हर किसी को bjp के खिलाफ बोलने वालो से लडता था. लेकिन मुझे पता चला मै अंध भक्त था. मै bjp को वोट नही दूंगा,
  • पत्रकार ओर कवि दोनो समाज को सही दिशा दिखाते है। वरना धर्म तो कब के देश को तोड देते।
  • कुमार साहब आपसे मेरे एक निवेदन है हमने सुना आप यूपी से चुनाव लड़ेंगे बीजेपी कीतरफ से अगर आपका यह निर्णय है तो मेरे ख्याल से सहीनहीं है
  • लोग कहते है सम्पत सरल है, लेकिन ये तो बड़ा हार्ड है भाई 😊
  • संपत सरल जी बहुत ही जबरदस्त वयंगकार है। राजनीति और राजनीतिज्ञों पे ऐसा व्यंग्य कोई विरला ही कर सकता है।
  • @user-xv4zv8ml6n
    संपत सरल जी को सुनकर कभी कभी आँखो मे पानी आ जाता है ... जियो संपत जी... भगवान आपको लंबी आयु दे....
  • @user-rv8ue7rx6e
    Sampat सरल जी को बहुत बहुत धन्यवाद
  • कुमार विश्वास हंसी मजबूरी का प्रदर्शन ही तो है.
  • @kumar-vs1do
    समत सरल साहब आप सामंतवाद, मनुवाद और अंधभक्ति को तहस-नहस कर देते हैं बहुत-बहुत धन्यवाद।
  • वाह वाह संपत जी आप बड़ी सरलता से बड़ी जटिल बात कह जाते है कमाल है l
  • @sukhpalsingh3621
    आदरणीय संपत सरल जी कोटिक सलाम आपके बौद्धिक बेबाक निर्भीक सटीक काव्य कौशल को
  • @anandkasana8681
    किसी भी खिलौने में multinationals चाबी 🔑 भरतीं है वो चल पड़ता है…👍🙏…बैहतरीन सम्पत भाई 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
  • वारे कुमार विश्वासघात क्या स्ट्रेटजी है दिल में मनुवाद और साथ में समाजवाद इंकलाब जिंदाबाद संविधान जिन्दाबाद,मान गये तुम लोग इसी कला में माहिर हो और कुछ नहीं है तुम्हारे पास।