Delhi के Nehru Memorial को क्यों दिया गया पीएम मेमोरियल नाम? | BJP Vs Congress | Alok Sharma
294,125
Publicado 2023-06-16
दिल्ली के नेहरू मेमोरियल म्यूजियम और लाइब्रेरी सोसाइटी का नाम बदल कर प्रधानमंत्री म्यूजियम और लाइब्रेरी सोसाइटी कर दिया गया है. गुरुवार को एनएमएमएल सोसायटी की एक विशेष बैठक में यह निर्णय लिया गया, जिसकी अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की.
#nehrumemorial #bjpvscongress #aloksharma #atlivestream
आजतक के साथ देखिये देश-विदेश की सभी महत्वपूर्ण और बड़ी खबरें | Watch the latest Hindi
news Live on the World's Most Subscribed News Channel on YouTube.
#LatestNews #Aajtak #HindiNews
Aaj Tak News Channel:
आज तक भारत का सर्वश्रेष्ठ हिंदी न्यूज चैनल है । आज तक न्यूज चैनल राजनीति, मनोरंजन, बॉलीवुड, व्यापार और खेल में नवीनतम समाचारों को शामिल करता है। आज तक न्यूज चैनल की लाइव खबरें एवं ब्रेकिंग न्यूज के लिए बने रहें ।
About Channel:
Aaj Tak is India's Best Hindi News Channel. Aaj Tak News Channel Covers The Latest News, Breaking News, Politics, Entertainment News, Business News and Sports News. Stay tuned for all the News in Hindi.
Download Aaj Tak APP, India’s No.1 Hindi News App: aajtak.link/yyJu
Subscribe to Aaj Tak YouTube Channel: youtube.com/c/aajtak
Visit Aaj Tak website: www.aajtak.in/
Follow us on Facebook: www.facebook.com/aajtak
Follow us on Twitter: twitter.com/aajtak
Follow us on Instagram: www.instagram.com/aajtak/
Subscribe our other Popular YouTube Channels:
India Today: youtube.com/c/indiatoday
SoSorry: youtube.com/c/sosorrypolitoons
Good News Today: youtube.com/c/GoodNewsTodayOfficial
Todos los comentarios (21)
-
सिलेंडर सस्ता या मंहगा हैं मिल तो रहा हैं पहले लेने जाते थे साइकिल खो जाती थी या सिलेंडर ।
-
अगर लोक कल्याण नाम रखने से अगर महंगाई कम नहीं होती तो नेहरू and कंपनी ने अपने नाम पे क्यों रखा था
-
Alok ji Superb answer
-
राजस्थान नहर परीयोजना का नाम बदल कर इंदरा गांधी नहर परीयोजना कर दिया उनके बाद फिर नाम राजीव गांधी नहर परियोजना रखा गया था
-
सर जी राजस्थान में अन्नपुर्णा रसोई का नाम बदल कर इंद्रा रसोई कर दिया है कांग्रेस ने
-
और जो 17000 सिखों को मारा गया उसके बारे में देश को बताइए नेहरु जी ने बगैर वोट दिए हुए प्रधानमंत्री बन गए उसके बारे में कौन बताएगा जिनको वोट मिला वह तो प्रधानमंत्री बने ही नहीं है आलोक जी और सुप्रिया में और अभय दुबे एक बहुत छोटा इतिहासकार
-
Anjana ji isi taraha ek debate MODI JI aur Rahul ji ko bula kar karwadijiye Livelivelive###
-
क्या नेहरू जी की क्षमता नेताजी सुभाष चंद्र बोस से अधिक थी , नेताजी सुभाष और लाल बहादुर शास्त्री जी की मृत्यु कैसे हुई ??
-
आलोक जी नेहरू जी 13साल जेल में रहे परंतु कष्ट में नहीं रहे 1946 में अंग्रेजो के सहयोग से प्रधानमंत्री बने समस्त प्रधानमंत्री का नाम आ जाने से क्या तकलीफ़ है ।
-
कांग्रेस की नजर में पटेल,सुभाष,अन्य महापुरुष बहुत नीचे थे।ये मोदी जी ही है जो सभी महापुरुष जिन्होंने भारत को बनाया है उनका सम्मान कर रहे है।नेहरू आजाद भारतब्के द्वितीय प्रधानमंत्री थे।सुभाष चंद्र बोध आजाद भारत के पहले प्रधानमंत्री थे।
-
आलोक जी,नेहरू,इन्दिरा गाॅन्धी, राजीव गान्धी, नाम पर सैकरो योजना बनाया गया उससे क्या फायदा हुआ उसका भी उल्लेख कर दिजिए।
-
यहां औरंगजेब , अकबर और बाबर कहां से आ गए। क्या ये कांग्रेसी थे । सुधांसु बेतुका जवाब दे रहे है
-
आलोक शर्मा एक खानदान के चारण बनकर खुश गाने करते रहिए हमें मालुम आपकी रोजी रोटी इसी से चलती है ।इस खानदान के विरुद्ध बोलने कि आपकी हिम्मत ह भी नहीं
-
16 मे से जीरो अंडा मिला फिर भी जबरजस्ती बना दिया प्रधान मंत्री।
-
1947 में देश का बंटवारा क्यों हुआ , कश्मीर को विशेष राज्य क्यों बनाया गया था , सरदार पटेल जी को किस वजह से प्रधान मंत्री नहीं बनाया गया ???
-
Sudhanshu Ji God bless you
-
काग्रेस।फोजी।सेर।काटकर।लेग।पाकिस्तान ।काग्रेस।ने।चा।कीया।आज।अपनी।गीरबान।जाक।अबकी बार बीजेपी चार सौ पार जंसिथाराम जहिदंभारत
-
देश की जनता ने प्रधानमंत्री नहरू को नहीं बनाया बल्कि गांधी ने बनाया
-
सुधांशु जी जब जवाब देते हैं तो आलोक जी को खांसी ज्यादा थी क्या बात
-
आलोक जी, अपनी ओछी मानसिकता का प्रदर्शन करते हुए कि सब पूर्व प्रधानमंत्रियों के लिए ५०० गज के plot पर संग्रहालय बनाने का सुझाव दे रहें हैं, और सुधांशु जी का यह कहना १९४६ में नेहरूजी को किसने किस के उपर शपथ ली थी अनावश्यक है और १९५३ में पंजाब में सरकार बर्खास्त करने की परिस्थितियां का उल्लेख करना भुल गए, हमारा सुनिश्चित विचार है कि सभी प्रधानमंत्रियों के लिए एक ही जगह संग्रहालय होना चाहिए।प्रथमत: नेहरूजी के तीन मूर्ति भवन (प्रधानमंत्री निवास) ३० एंकर में फैलेको संग्रहालय में परिवर्तित करने का निर्णय ही ग़लत था।अब तीन मूर्ति भवन में सभी प्रधानमंत्रियों के संग्रहालय किये जाने का निर्णय सटीक है।